भारी बर्फबारी के कारण चमोली के बद्रीनाथ धाम क्षेत्र में ग्लेशियर टूटने से बड़ा हादसा हो गया है। माणा और घस्तौली को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुए इस हादसे में सड़क निर्माण में लगे ठेकेदार के कई मजदूर बर्फ में दब गए। प्रशासन और बीआरओ की टीमें मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य में जुट गई हैं। अब तक 10 मजदूरों को सुरक्षित निकाला गया है, जबकि 47 मजदूरों के अभी बर्फ में दबे होने की खबर सामने आ रही है।
ऊंचाई वाले इलाकों में जारी भारी बर्फबारी के बीच शुक्रवार को भारत-चीन (तिब्बत) सीमा क्षेत्र में माणा कैंप के पास यह एवलांच हुआ है। आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप ने बताया कि अब तक 10 मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया है, तीन लोगों को आईटीबीपी और सेना की मदद से सेना अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। अन्य लोगों की तलाश जारी है।
चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि माणा के बीच हिमस्खलन होने से मजदूरों के दबने की सूचना मिली है। एयर फोर्स से मदद मांगी जा रही है, जबकि सेना और आईटीबीपी की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई हैं। एनडीआरएफ की टीम को भी मौके पर भेज दिया गया है। वहीं दूसरी और बताया जा रहा है कि बदरीनाथ हाईवे पर हनुमान चट्टी से आगे बर्फबारी के कारण सड़क अवरुद्ध होने से एनडीआरएफ की टीम अभी तक माणा कैंप तक नहीं पहुंच पाई है। प्रशासन और रेस्क्यू टीमें मौसम की चुनौतियों के बीच बचाव कार्य को तेज करने की कोशिश कर रही हैं।
इस सूचना के प्राप्त होते ही SDRF कमांडेंट के निर्देशानुसार त्वरित कार्रवाई करते हुए नजदीकी पोस्ट जोशीमठ से SI देवीदत्त बर्थवाल के नेतृत्व में SDRF टीम घटनास्थल के लिए रवाना कर दी गई हैं। साथ ही गौचर एवम सहस्रधारा, देहरादून पोस्ट पर हाई एल्टीट्यूड रेस्क्यू टीम को तैयार कर दिया गया है।